एक मंदिर के बाहर लिखा था…
बेझिझक भीतर चले आईये.
पाप करके आप थक गये होंगे
मगर…
माफ़ करके मैं नहीं थका.!!
Aaj Ka Suvichar!!
एक मंदिर के बाहर लिखा था…
बेझिझक भीतर चले आईये.
पाप करके आप थक गये होंगे
मगर…
माफ़ करके मैं नहीं थका.!!
Aaj Ka Suvichar!!