प्रेरक प्रसंग
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आधी छोड़ पूरी को ध्यावे, आधी मिले न पूरी पावे।
आधी छोड़ पूरी को ध्यावे, आधी मिले न पूरी पावे। दो भाई घर में भोजन कर रहे थे। एक छोटा भाई और दूसरा बड़ा। छोटे को आधी रोटी मिली। और बड़े को पूरी। छोटे ने मां से कहा — मां, मुझे आधी रोटी क्यों दी? मुझे भी पूरी रोटी दो।…
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सकारात्मक सोच – Positive Thinking
Positive Thinking एक महिला की आदत थी, कि वह हर रोज सोने से पहले, अपनी दिन भर की खुशियों को एक काग़ज़ पर, लिख लिया कर ती थीं…. एक रात उन्होंने लिखा : मैं खुश हूं, कि मेरा पति पूरी रात, ज़ोरदार खर्राटे लेता है. क्योंकि वह ज़िंदा है, और…
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जब दशरथ का श्राप बना वरदान
महाराज दशरथ को जब संतान प्राप्ति नहीं हो रही थी तब वो बड़े दुःखी रहते थे…पर ऐसे समय में उनको एक ही बात से हौंसला मिलता था जो कभी उन्हें आशाहीन नहीं होने देता था… और वह था श्रवण के पिता का श्राप…. दशरथ जब-जब दुःखी होते थे तो उन्हें…
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