Festival MessagesJanmashtami
सखियाँ रूठी कृष्ण से, नटखट वो मुसकाय
मोहन माखन-मोद में, भर लीन्हों मुख माय
मात यशोदा जो कहे, कान्हा मुख न दिखाय
कान्हा ने उल्लास में, सखियन चीर छुपाय
सखियाँ रूठी कृष्ण से, नटखट वो मुसकाय
मोहन माखन-मोद में, भर लीन्हों मुख माय
मात यशोदा जो कहे, कान्हा मुख न दिखाय
कान्हा ने उल्लास में, सखियन चीर छुपाय
सखियाँ रूठी कृष्ण से, नटखट वो मुसकाय